Suno
लगा लेना अपनी
आंखो मैं काजल जरा
ख्वाब बनकर दाखिल
होने का इरादा है मेरा
चूम लेना अपने लबों
को मेरे लबों से जरा
सांसों मै खुशबू बनकर
महेकना है काम मेरा
समेट लेना अपनी
बाहों में तुम मुझे जरा
तेरी बाहों मै बिखर जाने
का इरादा हैं मेरा
कैद कर लेना अपनी
जुल्फो मैं मुझे तुम
कैदी बन कर साथ
निभाने का इरादा है मेरा
irfan...✍️
लगा लेना अपनी
आंखो मैं काजल जरा
ख्वाब बनकर दाखिल
होने का इरादा है मेरा
चूम लेना अपने लबों
को मेरे लबों से जरा
सांसों मै खुशबू बनकर
महेकना है काम मेरा
समेट लेना अपनी
बाहों में तुम मुझे जरा
तेरी बाहों मै बिखर जाने
का इरादा हैं मेरा
कैद कर लेना अपनी
जुल्फो मैं मुझे तुम
कैदी बन कर साथ
निभाने का इरादा है मेरा
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
कोई कसर ना रखी थी मैने
तुम्हे अपना बनाने मैं
एक तुम ही थे जो लगे थे
मुझे आजमाने मैं
मैने तो बचाना था तुम्हे दुनिया
की गंदी निगाहों से
तुमने तो सवालों के खंजर ही
उतार दिए मेरे सीने मैं
कसूर नही था मेरा फिर भी
कसूरवार ठहराया
क्या यही भरोसे का पैमाना
था तेरी मोहब्बत मैं
वो कहती है बहुत मोहब्बत
करती हु तुमसे
तुम्हे तो फुर्सत ही नहीं लौट
आओ आशियाने मैं
इरफान तो करता रहा इंतजार
उसका मोहब्बत की राहों मैं
उसने मोहब्बत ही छोड़ दी थी
गुजरे ज़माने मैं
irfan...✍️
कोई कसर ना रखी थी मैने
तुम्हे अपना बनाने मैं
एक तुम ही थे जो लगे थे
मुझे आजमाने मैं
मैने तो बचाना था तुम्हे दुनिया
की गंदी निगाहों से
तुमने तो सवालों के खंजर ही
उतार दिए मेरे सीने मैं
कसूर नही था मेरा फिर भी
कसूरवार ठहराया
क्या यही भरोसे का पैमाना
था तेरी मोहब्बत मैं
वो कहती है बहुत मोहब्बत
करती हु तुमसे
तुम्हे तो फुर्सत ही नहीं लौट
आओ आशियाने मैं
इरफान तो करता रहा इंतजार
उसका मोहब्बत की राहों मैं
उसने मोहब्बत ही छोड़ दी थी
गुजरे ज़माने मैं
irfan...✍️
Suno
मैने तुझे समझना चाहा
तूने समझा ही नहीं मुझे
लो में खामोश हो गया
अब कुछ नही कहना तुझे
Irfan...✍️
18.4.24 thursday 9:00pm
मैने तुझे समझना चाहा
तूने समझा ही नहीं मुझे
लो में खामोश हो गया
अब कुछ नही कहना तुझे
Irfan...✍️
18.4.24 thursday 9:00pm
sᴜɴᴏ
और कितना दूर जाऊ मैं
अपनी यादों से ए इरफान
अब तो अपना अक्स भी मुझे
अनजाना सा लगता है
कोई आवाज दे मुझे अपना तो
वो शख्स भी पराया लगता है
irfan...✍️
और कितना दूर जाऊ मैं
अपनी यादों से ए इरफान
अब तो अपना अक्स भी मुझे
अनजाना सा लगता है
कोई आवाज दे मुझे अपना तो
वो शख्स भी पराया लगता है
irfan...✍️
Suno
फितरत थी उसकी धोका देना
धोके से हर बार धोके दिए
गलतफहमी मैं थे वो के हम
धोके मैं है जो इतने हमे धोके
दिए
irfan...✍️
फितरत थी उसकी धोका देना
धोके से हर बार धोके दिए
गलतफहमी मैं थे वो के हम
धोके मैं है जो इतने हमे धोके
दिए
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
तेरी इजाजत हो और तू ही तू रहे
मुझ में तेरे एहसास तेरे जज़्बात रहे
बाकी ना मैं रहूं ना मेरी आरजू रहे
मुझमें अब तेरी ही जुस्तजू रहे
जब तक हो धड़कता दिल मेरा
हर धड़कन मैं सिर्फ तेरा नाम रहे
लू जब भी सांसे मैं उन सांसों में
महक जाऊ में सांसों की खुशबू रहे
जब तक जिस्म मैं जान रहे
तू ही मेरा हमनवा हमराज रहे
बस तेरा ही हो जिक्र हमेशा
और जुबान पर तेरा नाम रहे
irfan...✍️
तेरी इजाजत हो और तू ही तू रहे
मुझ में तेरे एहसास तेरे जज़्बात रहे
बाकी ना मैं रहूं ना मेरी आरजू रहे
मुझमें अब तेरी ही जुस्तजू रहे
जब तक हो धड़कता दिल मेरा
हर धड़कन मैं सिर्फ तेरा नाम रहे
लू जब भी सांसे मैं उन सांसों में
महक जाऊ में सांसों की खुशबू रहे
जब तक जिस्म मैं जान रहे
तू ही मेरा हमनवा हमराज रहे
बस तेरा ही हो जिक्र हमेशा
और जुबान पर तेरा नाम रहे
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
बहुत कुछ कहना होता
है मुझे तुमसे
लेकिन खुद को समेट लिया
करता हु
एक तू ही रही है मेरी नज़रों में
मैं खुद को अपने ही दायरे मैं
कैद कर लिया करता हु
मायने नही रखते अब ये
महफिल मेरे लिए
मैं तन्हा खुद से ही बात
कर लिया करता हु
irfan...✍️
बहुत कुछ कहना होता
है मुझे तुमसे
लेकिन खुद को समेट लिया
करता हु
एक तू ही रही है मेरी नज़रों में
मैं खुद को अपने ही दायरे मैं
कैद कर लिया करता हु
मायने नही रखते अब ये
महफिल मेरे लिए
मैं तन्हा खुद से ही बात
कर लिया करता हु
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
जान तुम्हारा भी याद आना
कमाल होता है
आंखो मैं जैसे एक सैलाब
होता है
कभी तो वो खुद आकर
दीदार दे
जिस पर मेरा दिल जांनिसार
होता है
irfan...✍️
जान तुम्हारा भी याद आना
कमाल होता है
आंखो मैं जैसे एक सैलाब
होता है
कभी तो वो खुद आकर
दीदार दे
जिस पर मेरा दिल जांनिसार
होता है
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
ए जिंदगी हैरत है मुझे
अपनी जिंदगी पर
जिस्म तो मेरा है लेकिन
सांसे उसकी चल रही है
irfan...✍️
ए जिंदगी हैरत है मुझे
अपनी जिंदगी पर
जिस्म तो मेरा है लेकिन
सांसे उसकी चल रही है
irfan...✍️
सुनो तो...
तुम्हे चाहे ना हो जरूरत हमारी
मुझे तो है सिर्फ जरूरत तुम्हारी
Irfan...✍️ 23:4:24 tue 4:10pm
तुम्हे चाहे ना हो जरूरत हमारी
मुझे तो है सिर्फ जरूरत तुम्हारी
Irfan...✍️ 23:4:24 tue 4:10pm
sᴜɴᴏ
तेरो महक तेरी चाहत
तेरी यादें लाए है
आज हम फिर से तेरी
महफिल मैं आए है
irfan...✍️ Old 1
तेरो महक तेरी चाहत
तेरी यादें लाए है
आज हम फिर से तेरी
महफिल मैं आए है
irfan...✍️ Old 1
sᴜɴᴏ
वफा की हैं हमने अक्सर
हम बेवफाई नही करते
तुम्हे देखती है मेरी आंखे
गेर को देखना मुनासिब नही
समझते
धड़कता है दिल तेरे लिए
वो दिल की सदा नही सुनते
बेइंतेहा मोहब्बत है तुमसे
लेकिन हम तुम्हे रुसवा नही
करते
Irfan...✍️ Old 1
वफा की हैं हमने अक्सर
हम बेवफाई नही करते
तुम्हे देखती है मेरी आंखे
गेर को देखना मुनासिब नही
समझते
धड़कता है दिल तेरे लिए
वो दिल की सदा नही सुनते
बेइंतेहा मोहब्बत है तुमसे
लेकिन हम तुम्हे रुसवा नही
करते
Irfan...✍️ Old 1
sᴜɴᴏ
उदास दिन है मेरे गमगीन राते है
मेरे आशियाने मैं शोलो की बरसाते है
किसे कहे अपना किसे पराया कहे
यहा खंजर हाथो मैं लिए बैठे है
इल्जाम भी लगाए कतल का किस पर
यहां सब के हाथ लहू से रंगे दिखते है
irfan...✍️
उदास दिन है मेरे गमगीन राते है
मेरे आशियाने मैं शोलो की बरसाते है
किसे कहे अपना किसे पराया कहे
यहा खंजर हाथो मैं लिए बैठे है
इल्जाम भी लगाए कतल का किस पर
यहां सब के हाथ लहू से रंगे दिखते है
irfan...✍️
Suno
लूटा दिया अपना सारा वक्त
क्या तुझे एहसास नही
अफसोस इस बात का है के
तेरे पास मेरे लिए वक्त नही
Irfan...✍️ 3:2:24 11:00am
लूटा दिया अपना सारा वक्त
क्या तुझे एहसास नही
अफसोस इस बात का है के
तेरे पास मेरे लिए वक्त नही
Irfan...✍️ 3:2:24 11:00am
sᴜɴᴏ
अगर उन्हें लफ्जो मैं
लिखना आसान होता
तो वो कोई किस्सा नही
मेरा ही एक हिस्सा होता
Irfan...✍️
अगर उन्हें लफ्जो मैं
लिखना आसान होता
तो वो कोई किस्सा नही
मेरा ही एक हिस्सा होता
Irfan...✍️
Suno
कद्र ना हो तो एहसासों को भी दबा देना चाहिए
ना समझे जज्बातों को तो खामोश हो जाना चाहिए
Irfan...✍️
कद्र ना हो तो एहसासों को भी दबा देना चाहिए
ना समझे जज्बातों को तो खामोश हो जाना चाहिए
Irfan...✍️
sᴜɴᴏ
जिस पर रब की रहमत हो
वो खजाना नही मांगता
मोहब्बत करने वाला कभी
मोहब्बत नही मांगता
जिस मेहबूब को मिल जाए
आशिक का साथ
फिर वो रब से और कुछ
नही मांगता
है इंतजार मैं इरफान आज
भी तेरे
क्योंकि उभरता सूरज कभी
इजाजत नही मांगता
irfan...✍️
जिस पर रब की रहमत हो
वो खजाना नही मांगता
मोहब्बत करने वाला कभी
मोहब्बत नही मांगता
जिस मेहबूब को मिल जाए
आशिक का साथ
फिर वो रब से और कुछ
नही मांगता
है इंतजार मैं इरफान आज
भी तेरे
क्योंकि उभरता सूरज कभी
इजाजत नही मांगता
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
कभी तु मेरे खयालों में आया
कभी तुम्हारे ख्वाबों ने सताया
मुझे सताने के लिए तुमने
हर एक हुनर आजमाया
तुमसे मोहब्बत करने के
बाद हमे ये मालूम हुआ
जख्म बेहिसाब दिए है तुम
ने हर सितम आजमाया
irfan...✍️
कभी तु मेरे खयालों में आया
कभी तुम्हारे ख्वाबों ने सताया
मुझे सताने के लिए तुमने
हर एक हुनर आजमाया
तुमसे मोहब्बत करने के
बाद हमे ये मालूम हुआ
जख्म बेहिसाब दिए है तुम
ने हर सितम आजमाया
irfan...✍️
सुनो तो
मशवरा तो यहां लोग मुफ्त में दे देते है
पूछा क्या आप भी इसपर अमल करते है
Irfan...✍️
28/4/24 sunday 7:45pm
मशवरा तो यहां लोग मुफ्त में दे देते है
पूछा क्या आप भी इसपर अमल करते है
Irfan...✍️
28/4/24 sunday 7:45pm
sᴜɴᴏ
लगा कर मेरे बोलने पर पाबंदी
उसने मुझे लिखना सीखा दिया
जब भी लिखी मैने कोई शायरी
लफ्जों ने उसका चेहरा बना दिया
irfan...✍️
लगा कर मेरे बोलने पर पाबंदी
उसने मुझे लिखना सीखा दिया
जब भी लिखी मैने कोई शायरी
लफ्जों ने उसका चेहरा बना दिया
irfan...✍️