Suno

हसरत सारी उभर आएगी
जब दुल्हन बन कर तू आयेगी

सितारे सजे होगे मांग में तेरे
सुर्ख लिबास में कयामत नजर आएगी

गायेंगे परिंदे भी गीत खुशी के
पहन कर पायल घर मेरे आयेगी

महक जायेंगे बागबान सारे जहां के
लबों से तेरे जब तू फूल बरसाएगी

समेट लूंगा तुझे मै अपनी रूह मै
सुहाग के धागे से जब तू बंध जाएगी

सांसे भी मेरी अब महक जाएगी
जब चेहरे पर तेरे मुस्कुराहट आयेगी

काबिज है मेरी जां भी तेरी जां मै
आखिर ये जां कैसे निकल पाएगी

मेरे हर लफ्जों में होगा तेरा वजूद
बिना दस्तक के जब याद तेरी आयेगी

एक पल भी ना छोड़ कर जाना मुझे हमदम
जब तन्हाई मुझे हर पल रुलाएगी

Irfan...✍️

Dedicate to my wife
Suno to

मेरे जीने की वजह हो तुम
मेरी जिंदगी का हिस्सा हो तुम

ठहर जाता है वक्त भी जब
लगता है गुजरा किस्सा हो तुम

Irfan... ✍️
कोई कुछ भी कहे बोलें अब सुन लेता हूं,
बचे दिन जिंदगी के बर्दाश्त करने वाला हूं

पूछती तुम हो परेशान हां मगर क्या बोलूं
बोलता तो लगता के फसाद करने वाला हूं

मेरे मुंह क्यों ही लगते हो आप "तिवारी",
मैं तन्हा पसन्द, कम बात करने वाला हूं

आपका मुझमें कुछ बाकी तो ले जाइए
अब मैं खुदको भी बर्बाद करने वाला हूं

जिंदगी तेरे और भी सितम बाकी है क्या
फिर अब मैं खुदको आजाद करने वाला हूं

सत्यम तिवारी💔
आखिरी बोल❤️
अलविदा♥️
Suno

ना जाने मुझ से क्या गुनाह हो गया

वो मेरा गुरूर था चकनाचूर हो गया

Irfan...✍️
सुनो

उसने कहा अदब से, था पत्थर का
अब शीशे का है

एक दिल जो हमने सीने में संभाले रखा है

अपने तो देते रहे मुझे जिंदगी भर ज़ख्म

और दर्द को मैने पलकों पे छुपा रखा है

Irfan...✍️
सुनो तो...

हकीकतन वो ख्वाब जैसा था
उसका इश्क गुलाब जैसा था

आंख खुली तो शीशा देखा मैने
एक चेहरा जो मुरझाया जैसा था

इरफान...✍️
सुनो

सब्र का दामन थामा है
इंतजार करके भी देख लिया

नम थी आंखे मेरी मगर
मुस्कुरा कर भी देख लिया

Irfan...✍️
सुनो ना...

मेरे सब्र का फायदा उठाया गया
बेहिसाब जब मुझे तड़पाया गया

ठंडक नहीं मिली फिर भी नादाँ को
मुझे आखिर इस कदर रुलाया गया

Irfan...✍️
सुनो यार

ना तुझसे कोई ज्यादा ना तुझसे कोई कम
बांट लेता हु साथ उसके अपने सारे गम

कभी मुस्कुराता चेहरा तो कभी आंखे नम
साथ उसके गुजारे हर पल जाए थम

उसके होने से है महफूज वजूद मेरा
उसके दम से है मेरी धड़कनों मै दम

Irfan...✍️
सुनो इरफान

ख्वाइशों को अपने ज़रा संभालो इरफान

सदा इश्क की रह जाए निकल ना जाए जान

Irfan...✍️
सुनो

जो मुझ पर मर मिटने को तैयार है

अफसोस दो लम्हे देने को लाचार है

इरफान
सुनो

सारी रात जागता रहा नींद के इंतजार में

सारी रात भी गुजर गई तेरे इंतजार में

इरफान
सुनो जी

ना करना तू कभी इतना सबर
के तुझे मिले मेरे मरने की खबर

लहू बहेगा तेरे इन आंखों से...
देख कर रोएगी जब तू मेरी कबर

तरसता रहा पाने को तेरी मोहब्बत
मेरे एहसासों का नहीं तुझ पर असर

होगा तेरा बागबान भी हरा भरा
सुखा होगा मेरे नाम का भी सजर

ना करना तू कभी इतना सबर
के तुझे मिले मेरे मरने की खबर

तुमने जो आंखे फेर ली मुझ से
खुदाया हो जाए करम की नजर

जिस्म से जान जुदा हो रही थी
दिल दुखाने मै ना छोड़ी कोई कसर

ना करना तू कभी इतना सबर
के तुझे मिले मेरे मरने की खबर

मेरे जिस्म को कर मिट्टी के हवाले
और सुबह का वक्त हो वक्त ए फजर

बाद मरने के भी याद आऊंगा तुझे
मेरा नाम गली कूचा और मेरा शहर

ना करना तू कभी इतना सबर
के तुझे मिले मेरे मरने की खबर

Irfan....✍️
Suno na

मेरे नसीब मै प्यार नहीं
मै अपने नसीब से डरता हु

इसलिए कल की फिकर नहीं करता
मै आज मैं जी लिया करता हूं

Irfan...✍️

Miss yiu
Suno to...

आज मेरा चांद ताब में है
रोशन चेहरा उसका हिजाब
मै है

एक दाग फिर भी मेहताब मै है
अंदाज ओ हया शबाब मै है

साथ नहीं है वो मेरे मगर
वो मेरे हर एक ख्वाब में है

Irfan...✍️
Suno

तुम्हारी तमन्ना तुम्हारा खयाल तुम्हारी ही जुस्तजू

पा लूं तुम्हे तो पूरी हो जाए मेरी हर आरज़ू

Irfan... ✍️
Suno to....

एक रब के नाम अनेक

फिर क्यों है इंसानों में मतभेद

Irfan...✍️
Suno...naa

खामोशी अगर वो समझ पाते

तो वो तड़प कर ना रह जाते

Irfan...✍️
सुनो तो

नजरों मै आपकी खुद को गिरा रहे है

बनाजरो की नजर से तुझे बचा रहे है

तुझे भी ये एहसास होता मेरे हमदम

हम हर पल तुम पर मरे जा रहे है

Irfan...✍️
सुनो

बिना ढूंढने से तो खुदा भी नहीं मिलता
बिना उसके इशारे पत्ता भी नहीं हिलता

अपनों का दिया ज़ख्म कोई नहीं सिलता
बंजर दिलों मै कभी फूल नहीं खिलता

हर मुश्किलों का का रास्ता है निकलता
फिर क्यों गुनाहों की तरफ है फिसलता

Irfan...✍️
2025/05/11 21:25:39
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